वर्षा आधारित क्षेत्र विकास (RAD)

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Krishi Samadhan

वर्षा आधारित क्षेत्र विकास (RAD)

भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में वर्षा आधारित खेती की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि देश का लगभग 60% कृषि क्षेत्र वर्षा पर निर्भर है। ऐसे क्षेत्र सामान्यतः संसाधनों की कमी, जल संरक्षण की कमी, और अस्थिर उत्पादन जैसी समस्याओं से जूझते हैं। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) के अंतर्गत वर्षा आधारित क्षेत्र विकास (Rainfed Area Development – RAD) योजना की शुरुआत की।

उद्देश्य

RAD का मुख्य उद्देश्य वर्षा आधारित क्षेत्रों में टिकाऊ और समग्र कृषि विकास को बढ़ावा देना है। इसका लक्ष्य न केवल कृषि उत्पादन में वृद्धि करना है, बल्कि किसानों की आय में स्थायित्व और वृद्धि सुनिश्चित करना भी है। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को केंद्र में रखकर बनाई गई है, जो मुख्यतः वर्षा पर आधारित खेती करते हैं।

प्रमुख घटक

  1. एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) – खेती, पशुपालन, बागवानी, मछली पालन और अन्य कृषि गतिविधियों को जोड़कर एक स्थायी आजीविका प्रणाली विकसित करना।
  2. जल संरक्षण और प्रबंधन – खेत तालाब, मेड़बंदी, जल संचयन संरचनाओं का निर्माण।
  3. मृदा स्वास्थ्य सुधार – मृदा परीक्षण, जैविक खाद, हरी खाद और सूक्ष्म पोषक तत्वों का प्रयोग।
  4. कृषि उपकरण और मशीनरी – छोटे किसानों को उपयुक्त यंत्रों की उपलब्धता।
  5. क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण – किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी देना।

क्रियान्वयन प्रक्रिया

RAD योजना राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि विभागों द्वारा कार्यान्वित की जाती है। जिलों को उनके वर्षा आधारित कृषि क्षेत्र, संसाधनों की उपलब्धता, और संभावित सुधार क्षेत्रों के आधार पर चुना जाता है। ग्राम स्तर पर क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण अपनाया जाता है जिससे समग्र विकास हो सके।

योजना का महत्व

RAD न केवल उत्पादन बढ़ाता है बल्कि प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और कृषि जोखिमों को कम करने में भी मदद करता है। यह योजना किसानों को मौसम की अनिश्चितता से निपटने की क्षमता प्रदान करती है और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को सहने योग्य बनाती है।

निष्कर्ष:

वर्षा आधारित क्षेत्र विकास योजना देश की खाद्य सुरक्षा और किसान कल्याण की दृष्टि से एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है। इससे किसानों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है, साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग भी सुनिश्चित होता है।

क्या आप जानते हैं? RAD योजना के अंतर्गत एकीकृत खेती अपनाने वाले किसानों की औसत आय में 25-30% तक की वृद्धि देखी गई है!

 

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