नमो ड्रोन दीदी – ग्रामीण भारत की नई उड़ान

> ब्लॉग > कृषि > नमो ड्रोन दीदी – ग्रामीण भारत की नई उड़ान

Krishi Samadhan

नमो ड्रोन दीदीग्रामीण भारत की नई उड़ान

नमो ड्रोन दीदी योजना भारत सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत चयनित महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, उसकी देखरेख करने और कृषि कार्यों में ड्रोन के उपयोग की ट्रेनिंग दी जाती है। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई है, और इसका लक्ष्य है कि भारत की ग्रामीण महिलाएं भी “डिजिटल इंडिया” की उड़ान में भागीदार बन सकें।

क्या है नमो ड्रोन दीदी योजना?

इस योजना के तहत प्रत्येक FPO (किसान उत्पादक संगठन) से जुड़ी महिला को ड्रोन पायलट के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद, महिलाओं को कृषि उपयोग के लिए अत्याधुनिक ड्रोन भी उपलब्ध कराए जाते हैं। इन ड्रोन्स का उपयोग फसल की छिड़काव, सर्वेक्षण, बीज बोने और निगरानी जैसे कार्यों में होता है। इससे न केवल कृषि कार्यों में सुधार आता है, बल्कि महिला पायलट की आय में भी वृद्धि होती है।

 

Free A drone flies over a field during sunset, capturing stunning aerial views. Stock Photo

योजना के प्रमुख लाभ

  1. महिला सशक्तिकरण: ग्रामीण महिलाओं को तकनीकी क्षेत्र में अवसर मिलते हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बनती हैं।
  2. आय का नया स्रोत: ड्रोन सेवाएं प्रदान करके महिलाएं अतिरिक्त आमदनी कमा सकती हैं।
  3. कृषि में दक्षता: ड्रोन के माध्यम से खेतों में समय और श्रम की बचत होती है।
  4. स्वच्छता और सुरक्षा: छिड़काव जैसे कार्यों में सीधे संपर्क से बचाव होता है, जिससे स्वास्थ्य पर कम असर पड़ता है।
  5. डिजिटल सशक्तिकरण: महिलाओं को नई तकनीक से जोड़ा जा रहा है, जिससे वे डिजिटल इंडिया का हिस्सा बन रही हैं।

कैसे काम करती है योजना?

  • चयन: FPOs से जुड़ी महिलाओं का चयन किया जाता है।
  • प्रशिक्षण: उन्हें DGCA मान्यता प्राप्त संस्थानों से ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है।
  • सहायता: FPO के माध्यम से ड्रोन की खरीद में सब्सिडी दी जाती है।
  • सेवाएं: ट्रेनिंग के बाद महिला पायलट, अपने क्षेत्र के किसानों को ड्रोन सेवाएं प्रदान करती हैं।

सफलता की कहानियां

देशभर में कई महिला ड्रोन पायलट्स अब किसानों के लिए सेवा दे रही हैं। वे अब न केवल खेतों में तकनीक ला रही हैं, बल्कि अपने समुदाय के लिए प्रेरणा भी बन रही हैं। झारखंड, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में ड्रोन दीदी की सफलता की कहानियां तेजी से फैल रही हैं।

निष्कर्ष

नमो ड्रोन दीदी सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत की नारी शक्ति को एक नई पहचान देने की दिशा में एक सशक्त कदम है। यह पहल नारी सशक्तिकरण, कृषि आधुनिकीकरण और डिजिटल समावेशन का बेहतरीन उदाहरण है।

यह योजना केवल खेतों में तकनीक की उड़ान है, बल्कि हर ग्रामीण बहन के सपनों को नई ऊंचाई देने का संकल्प भी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *