1 year ago

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~ लेखक: Sunil

धूप से झुलसना (एबॉयोटिक सनबर्न)

धूप से झुलसना (एबॉयोटिक सनबर्न)

धूप से झुलसना सीधी धूप और अत्याधिक तापमान से पौधों, झाड़ियों या पेड़ों को होने वाली क्षति को कहते हैं। ये कारक पौधे के ऊतकों में नमी में परिवर्तन कर देते हैं जिससे शुरुआत में तरुण, मुलायम पत्तियां मुरझा जाती हैं। ये पत्तियां धीरे-धीरे हल्की हरी पड़ जाती है और 2-3 दिन के बाद अंततः उनके सिरों और किनारों पर धब्बे बनना शुरू हो जाते हैं। झुलसे धब्बे बाद में पत्ती के मध्य की ओर बढ़ने लगते हैं। सूखे की स्थिति या कीटों के हमले कारण पत्तियां गिरने से भी फलों या छाल पर झुलसने के निशान (सनस्कैल्ड) बन सकते हैं क्योंकि अब ये पत्तियों की छांव में नहीं होते हैं। छाल में ये दरारों और कैंकर का रूप ले लेते हैं जो बाद में तने पर मृत क्षेत्र बन जाते हैं।

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