हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती खुशाल किसान योजना के अंतर्गत सुभाष पालेकर प्रकृति खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है | इसका मुख्य उद्देश्य किसानो के फसल को उगाने में हर साल बढ़ रहे लागत को कम करना और आय को बढ़ाना है। अगर हम प्राकृतिक खेती को अपनाते हैं तो हमारा जल, वायु, पर्यावरण ,और ज़मीन भी प्रदूषण मुक्त हो जाएगी । हमें खाने पीने को शुद्ध और पौष्टिक सब्ज़ियां और फल मिलेंगे और साथ ही हमारे स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च को कम करने में मदद मिलेगी।
संजय कुमार प्राकृत खेती को अपनाने वाले एक किसान हैं जो हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला से सम्बन्ध रखते हैं। संजय अपने 250 फीट वर्ग फुट के पॉली हाउस में बिना किसी कीटनाशक या केमिकल के पीली शिमला मिर्च उगा रहे हैं। उन्हें अपनी जैविक रूप से उगाई गई पीली शिमला मिर्च के बेहतर दाम मिल रहे हैं।
Leave a Reply