कृषि विस्तार पर उप–मिशन (Sub-Mission on Agricultural Extension – SMAE)
भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का एक महत्वपूर्ण स्थान है और देश की बड़ी आबादी की आजीविका इसी क्षेत्र पर निर्भर करती है। समय के साथ कृषि में वैज्ञानिक पद्धतियों, तकनीकी नवाचारों और बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता बढ़ी है। इसी दिशा में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, उन्नत बीज, जैविक खेती, जल प्रबंधन और बाजार संबंधी जानकारी प्रदान करने हेतु भारत सरकार द्वारा “कृषि विस्तार पर उप-मिशन (SME)” की शुरुआत की गई।
उद्देश्य एवं महत्व
कृषि विस्तार पर उप-मिशन (SME), राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) और राष्ट्रीय मिशन ऑन एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन एंड टेक्नोलॉजी (NMAET) के अंतर्गत आता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों तक नई तकनीकों और नवाचारों की जानकारी पहुंचाना तथा कृषि सेवाओं को अधिक प्रभावी, सुलभ और व्यावसायिक बनाना है।
यह मिशन कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs), कृषि विश्वविद्यालयों, आत्मा (ATMA) योजनाओं और निजी भागीदारी के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षित करता है। SME के अंतर्गत Extension Reforms Scheme और Mass Media Support to Agricultural Extension जैसे कार्यक्रम भी चलते हैं, जिनका लक्ष्य है कृषि जानकारी का व्यापक प्रसार।
मुख्य घटक
- ATMA (Agricultural Technology Management Agency): जिला स्तर पर कृषि तकनीकी प्रबंधन एजेंसी की स्थापना की जाती है, जो किसानों की समस्याओं को समझते हुए उन्हें उपयुक्त समाधान और प्रशिक्षण प्रदान करती है।
- Capacity Building और प्रशिक्षण: किसानों को विभिन्न कृषि तकनीकों, जलवायु-स्थायी खेती, जैविक खेती, वाणिज्यिक खेती आदि विषयों पर प्रशिक्षित किया जाता है।
- ICT आधारित विस्तार सेवाएं: मोबाइल, टीवी, रेडियो, और मोबाइल एप्स जैसे माध्यमों से किसानों तक जानकारी पहुंचाई जाती है।
- कृषि मित्र एवं कृषक कार्यकर्ता: गांव स्तर पर चयनित किसानों को “कृषि मित्र” के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि वे अन्य किसानों को मार्गदर्शन दे सकें।
लाभ और प्रभाव
SME ने कृषि विस्तार सेवाओं को किसानों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे किसानों की जानकारी में वृद्धि हुई है, जिससे वे वैज्ञानिक तरीके से खेती करने लगे हैं। इसके परिणामस्वरूप पैदावार में वृद्धि, लागत में कमी और किसानों की आय में इजाफा देखने को मिला है।
निष्कर्ष:
कृषि विस्तार पर उप-मिशन (SME) एक दूरदर्शी पहल है, जिसका लक्ष्य है किसानों को आत्मनिर्भर और ज्ञान-सम्पन्न बनाना। यह मिशन न केवल कृषि उत्पादकता बढ़ाने में सहायक है, बल्कि किसानों के जीवन स्तर को भी सुधारने में मदद करता है।
आइए, हम सब मिलकर SME के माध्यम से “सशक्त किसान, समृद्ध भारत” के लक्ष्य को साकार करें।
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